हम सभी के जीवन में समय का बहुत महत्व है और हो भी क्यों नही आखिर समय से ज्यादा शक्तिशाली इस संसार में कुछ नहीं है। कितनी भी कीमती वस्तु हो लेकिन समय के आगे उसकी कोई कीमत नहीं होती है क्योंकि समय अमूल्य होता है। हर मनुष्य के जीवन में समय अपने समय अपने सही समय पर दस्तक देता है अगर मनुष्य उस दस्तक को सुन लेता है तो वह अपने जीवन में सफल हो जाता है लेकिन अगर वो उस दस्तक को अनसुना और अनदेखा कर देता है तो उसके जीवन में पग-पग पर मुश्किलें आती हैं । और ऐसा तभी संभव हो सकता है जब हम अपना एक पल भी बर्बाद न करें और समय का सदुपयोग समय सारणी बना कर करें
क्योंकि अगर हम पूरे दिन का या एक हफ्ते का कार्य समय निश्चित कर लें और उसी के अनुसार अपना हर काम करें तो हमारा समय भी बचेगा और हमारे जीवन में सफलता की गुंजाइश दिन प्रतिदिन बढती जाएगी। लेकिन अगर हम अपना कार्य टालते रहेंगे या जब मन में जो आये वो करते रहेंगे तो उससे हमे सिर्फ असफलता ही हाथ लगेगी । हाँ ये बात सही है की हमे हर काम मन के मुताबिक करना चाहिए लेकिन हमेशा हम मन का काम करेंगे तो वो हमारे लिए घातक सिद्ध हो सकत है । क्योंकि एक कथन भी है ..................
मन का हो तो अच्छा मन का न हो तो और भी अच्छा ।
इसी बात के ऊपर कबीरदास जी का एक दोहा भी बहुत मशहूर है.........
समय का सदुपयोग करना चाहिए क्योंकि ...............
क्योंकि अगर हम पूरे दिन का या एक हफ्ते का कार्य समय निश्चित कर लें और उसी के अनुसार अपना हर काम करें तो हमारा समय भी बचेगा और हमारे जीवन में सफलता की गुंजाइश दिन प्रतिदिन बढती जाएगी। लेकिन अगर हम अपना कार्य टालते रहेंगे या जब मन में जो आये वो करते रहेंगे तो उससे हमे सिर्फ असफलता ही हाथ लगेगी । हाँ ये बात सही है की हमे हर काम मन के मुताबिक करना चाहिए लेकिन हमेशा हम मन का काम करेंगे तो वो हमारे लिए घातक सिद्ध हो सकत है । क्योंकि एक कथन भी है ..................
मन का हो तो अच्छा मन का न हो तो और भी अच्छा ।
इसी बात के ऊपर कबीरदास जी का एक दोहा भी बहुत मशहूर है.........
काल करे सो आज कर
आज करे सो अब
पल में प्रलय होएगी
बहुरि करेगो कब।
तो हमे अपना हर कार्य समय पर करना चाहिए और समय की महत्वता को भी नजर अंदाज नहीं करना चाहिए ।समय का सदुपयोग करना चाहिए क्योंकि ...............
जो समय के मुले को समझता है वो दुनिया में मिला मिला रहता है।
उन्नति के पथ पर वह मनुष्य हमेशा खिला खिला रहता है ।
स्वरचित neha singh(19-3-2012)
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